प्रिय पाठक, पर्यावरणीय एवं मानवीय अवमूल्यों को केंद्र में रखते हुए अपनी यह पत्रिका नई धारणाओं व विचारों के साथ एक बार फिर आप सभी के समक्ष यथासमय प्रस्तुत है। हर बार की तरह इस संस्करण में भी इतिहास मेल' और 'आओ जाने अपना संविधान को आगे बढ़ाते हुए पत्रिका में स्थान दिया गया है। आपको ध्यातव्य हो कि स्वच्छ पर्यावरण से स्वस्थ जीवन मिलता है, इसलिए हमें अपने पर्यावरण का भी ध्यान रखना अत्यंत आवश्यक हो जाता है। 'इतिहास मेल' के अंतर्गत जो नया विषय शामिल किया गया है वह है 'चिपको आंदोलन'। यह आंदोलन गांधीजी के अहिंसावादी आंदोलन से अनुप्राणित है | इसी क्रम मे अन्य लेखों मे कोविड-19 से संबंधित मिथक व तथ्य विषय पर जन जागरूकता हेतु प्रकाश दिया गया है। यह अनिवार्य है की कोविड-19 से संबंधित कोई मिथक पाठकों के बीच ना रहे। इसी प्रकार कहानियाँ एवं बच्चों के द्वारा लेख व कविताएँ भी इस अंक मे शोभित हैं।
सब पढ़ें, सबको पढ़ाएँ
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